लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपनी ही पार्टी के निलंबित सांसदों पर कहा कि जेबकतरों को फांसी पर नहीं चढ़ाया जा सकता। कांग्रेस के सभी सांसदों का निलंबन असंगत है। इसे निरस्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी सांसद लोकसभा अध्यक्ष को वेटिकन का पोप मानते हैं। वे कभी भी उनका अपमान नहीं कर सकते।
संसदीय कार्य मंत्री बोले- आडवाणी सदन की मर्यादा नहीं गिरने देते थे
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने चौधरी की टिप्पणी की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘‘निलंबित सांसदों की तुलना जेबकतरों से करना बेहद अजीब बात है। यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इससे सहमत नहीं हैं।’’ जोशी ने कांग्रेस सांसदों के निलंबन को सही ठहराया। उन्होंने कहा- पिछले 70 सालों के इतिहास में कभी भी चेयर से पेपर नहीं छीने गए। जब भाजपा विपक्ष में थी और लोकसभा में विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी अपनी पार्टी के सांसदों को ऐसा कुछ भी करने से रोक देते थे, जो सदन की मर्यादा के खिलाफ हो। जोशी ने कहा- 15वीं लोकसभा में स्पीकर ने भाजपा के 45 सदस्यों को निलंबित कर दिया था।
सोनिया गांधी पर टिप्पणी के बाद कांग्रेस सांसदों ने आपा खोया
बजट सत्र जब से शुरू हुआ है, तभी से संसद में हंगामा हो रहा है। विपक्ष लगातार दिल्ली हिंसा पर चर्चा की मांग कर रहा है जबकि सरकार होली के बाद चर्चा करना चाहती है। इससे पहले, गुरुवार को राष्ट्रवादी लोकतांत्रिक पार्टी के सदस्य ने सोनिया गांधी और उनके परिवार पर टिप्पणी की थी। इसके बाद विवाद पैदा हो गया। कांग्रेस सांसदों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अध्यक्ष की मेज से पेपर उठाकर हवा में उछाल दिए। इस पर गोगोई समेत छह अन्य सदस्यों को सदन से निलंबित कर दिया गया।