साल 2020 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के लिए बेहद अहम रहने वाला है. 2020 के लिए इसरो ने कुछ बड़ी योजनाएं बना रखी हैं. इस साल इसरो कुछ बड़े धमाके करने जा रहा है. 2020 के पहले ही दिन इसरो ने इस बारे में घोषणा की है.
सबसे बड़ी घोषणा तो यही है कि साल 2020 में इसरो चंद्रयान-3 शुरू करने जा रहा है. 2019 में इसरो के चंद्रयान-2 में आखिरी वक्त में गड़बड़ी आ गई थी. चंद्रयान-2 का लैंडर चांद की सतह पर उतरने ही वाला था, सिर्फ 2 किलोमीटर दूर रहते हुए उसका संपर्क इसरो से टूट गया. हालांकि इसरो का मिशन पूरी तरह से नाकाम तो नहीं रहा. लेकिन जिस कामयाबी की उम्मीद थी, वो हासिल नहीं हो सकी. अब 2020 में उसे हासिल करने की तैयारी हो रही है. इसरो 2020 में एकसाथ 25 से ज्यादा मिशन में लगा है.
साल 2020 में इसरो के 25 मिशन
साल 2020 में इसरो 25 से ज्यादा मिशन पर काम करेगा. इसमें चंद्रयान-3 शुरू करने से लेकर गगनयान मिशन भी शामिल है. नए साल में इसरो एक बार फिर पूरी ताकत लगाकर मून मिशन शुरू करने वाला है. इसरो एक बार फिर चंद्रयान को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करवाने की कोशिश करेगा.
इसरो के प्रमुख के सिवन ने इस बारे में घोषणा की है. उन्होंने कहा कि इसरो ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में के सिवन ने इसकी कुछ जानकारी भी दी. 2020 में इस मिशन की शुरुआत होगी और ये 2021 तक अंजाम दिया जा सकेगा.
इसरो शुरू करेगा अपना तीसरा मून मिशन2020 में इसरो अपना तीसरा मून मिशन शुरू करने जा रहा है. बुधवार को इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी गई है. के सिवन ने कहा है कि तीसरे मून मिशन में चंद्रयान-3 पर काम चल रहा है. ये चंद्रयान-2 की तरह ही होगा. उसी तरह से इसमें लैंडर, रोवर और प्रोपलशन होंगे. के सिवन ने कहा है कि चंद्रयान-3 का लॉन्च 2021 में हो सकता है.
के सिवन के घोषणा करने से पहले ही केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने चंद्रयान-3 शुरू करने का ऐलान कर चुके थे.
इसरो पहली बार अंतरिक्ष में भेजेगा मानव
साल 2020 में इसरो पहली बार किसी मानव को अंतरिक्ष में भेजेगा. इसके लिए गगनयान मिशन की घोषणा की गई है. गगनयान के पहले मिशन में अंतरिक्ष में भेजे जाने के लिए एयरफोर्स के 4 पायलटों को चुना गया है. उन पायलटों को रूस में ट्रेनिंग दी जाएगी. के सिवन ने कहा है कि इसरो चंद्रयान-3 के साथ गगनयान पर भी एकसाथ काम करता रहेगा.
के सिवन ने कहा कि गगनयान के लिहाज से हमने 2019 में अच्छी प्रगति की है. कई तरह के डिजाइन पूरे कर लिए गए हैं. अंतरिक्ष यात्रियों का सेलेक्शन भी हो चुका है. चार पायलटों को ट्रेनिंग के लिए भेजा जा रहा है.
तमिलनाडु में होगा इसरो का नया लॉन्च पैड
इसरो ने तमिलनाडु में अपना नया लॉन्च पैड बनाने का ऐलान भी किया है. तमिलनाडु के तूतीकोरिन में नया लॉन्च पैड बनाया जा रहा है. श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के अलावा तूतीकोरिन मे नए स्पेस सेंटर के लिए जमीन का अधिग्रहण शुरू हो गया है.
पहले छोटा स्पेस सेंटर बनाया जाएगा. इसके बाद धीरे-धीरे इसकी क्षमता बढ़ाई जाएगी. इस स्पेस सेंटर के लॉन्च पैड से एसएसएलवी को छोड़ा जा सकेगा.
इसरो ने कुल 25 से भी ज्यादा मिशन की तैयारी की है. जो मिशन 2019 में पूरे नहीं हो सके. उसे मार्च 2020 तक पूरा करने की कोशिश की जाएगी. इसरो ने केंद्र से 2020-21 के लिए 14 हजार करोड़ रुपये के बजट की मांग रखी है.