पंचायत चुनाव-2020: तैयारियां हुई तेज, निर्वाचन विभाग ने की कानून व्यवस्था की समीक्षा

राज्य निर्वाचन आयोग (State election commission) ने पंचायत चुनाव-2020 (Panchayat Election) की तैयारियां तेज कर दी है. पंचायत चुनाव में कानून व्यवस्था (Law and order) सुचारू रूप से बनी रहे, इसके लिए राज्य निर्वाचन आयुक्त ने गृह और पुलिस विभाग (Home and Police Department) के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर पुलिस बल की उपलब्धता पर मंथन किया है.


जनवरी-फरवरी माह में होने हैं पंचायत चुनाव


राजधानी जयपुर में शासन सचिवालय स्थित आयुक्त के कक्ष में गुरुवार को हुई बैठक में जनवरी-फरवरी माह में होने वाले पंचायत चुनाव-2020 के दौरान पुलिस बल की उपलब्धता, उसके नियोजन की कार्ययोजना और कानून व्यवस्था से जुड़े विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई. इस बार परिसीमन के बाद राज्य में 48 पंचायत समिति और 1257 ग्राम पंचायतों की बढ़ोतरी के कारण चुनाव व्यवस्था के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए अभी से इस संबंध में कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं. चुनाव क्षेत्रों में पर्याप्त होमगार्ड्स की उपलब्धता और अन्य राज्यों से पुलिस फोर्स लेने सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गई.


आयुक्त प्रेम सिंह मेहरा ने कहा कि आयोग स्वतंत्र-निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए संकल्पबद्ध है. उन्होंने कहा कि पुलिस-प्रशासन प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए सकारात्मक और निर्भिक माहौल बनाए कि प्रत्येक नागरिक निर्भय होकर मतदान कर सके. पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) ने आयोग को आश्वस्त करते हुए कहा कि पंचायत चुनाव में पुलिस व कानून एवं व्यवस्था पूरी तरह मुस्तैद रहेगी और चुनाव शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न करवा लिए जाएंगे.


निकाय चुनाव के बाद कांग्रेस उत्साहित है


ल्लेखनीय है कि निकाय चुनाव का प्रथम चरण पूरा होने के बाद अब कांग्रेस का पूरा फोकस पंचायत चुनावों पर है. निकाय चुनाव में बीजेपी से बढ़त बनाने से राज्य की कांग्रेस सरकार काफी उत्साहित है. वहीं बीजेपी भी अब पूरी तरह से पंचायत चुनावों पर ध्यान केन्द्रीत किए हुए है.